तेरी आँखों का जादू है, या फिर ये तेरा मुस्कुराना,
जब भी देखता हूँ तुझे, दिल मेरा दीवाना हो जाता है।
तेरे चेहरे की वो मासूमियत, जैसे चाँदनी रात हो,
तेरे होठों की वो हँसी, जैसे बहारों की सौगात हो।
तेरी जुल्फ़ों का साया, जैसे काली घटा छा जाए,
तेरी बातों का अंदाज़, जैसे कोई मीठी रागिनी गा जाए।
तेरी हँसी का असर, जैसे फूलों में बहार आ जाए,
तेरी आँखों का नशा, जैसे शराब का खुमार छा जाए।
तेरे चेहरे की रौनक, जैसे सूरज की पहली किरण हो,
तेरे बिना दिल का हाल, जैसे बंजर धरती का चमन हो।
तेरी मुस्कान का जादू, जैसे बारिश की बूंदें गिर जाएं,
तेरी अदाओं का जलवा, जैसे ताजमहल की कारीगरी हो।
तेरी आवाज़ का जादू, जैसे कोई मधुर संगीत हो,
तेरी हर अदा, जैसे कोई अद्भुत कविता की पंक्ति हो।
तेरी आँखों का सपना, जैसे सतरंगी इंद्रधनुष हो,
तेरी बाँहों का सुकून, जैसे कोई मखमली बिस्तर हो।
तेरी बातों का असर, जैसे कोई दिल में बस जाए,
तेरी हँसी का नशा, जैसे कोई मदहोश कर जाए।
तेरी हया का आलम, जैसे कोई कली खिल जाए,
तेरी चाहत का असर, जैसे कोई दिल में घर कर जाए।
तेरे बिना दिल उदास, जैसे कोई वीरान रास्ता हो,
तेरे बिना रातें तन्हा, जैसे कोई अधूरी कहानी हो।
तू है तो हर पल में खुशी है, जैसे कोई त्योहार हो,
तेरे बिना दिल में बेचैनी है, जैसे कोई इंतज़ार हो।
तेरी आँखों का जादू है, जो हर बार मुझ पर छा जाता है,
तेरी मासूमियत, जो दिल को हर बार भा जाती है।
तू है मेरी दिल की धड़कन, तू है मेरी सांसों की महक,
तू है मेरी ज़िंदगी की रोशनी, तू है मेरे सपनों की चाँदनी।
तेरे बिना दिल का हाल, जैसे कोई सूनी रात हो,
तेरे बिना ये दुनिया, जैसे कोई बेजान कहानी हो।
तू है तो सब कुछ है, तेरे बिना कुछ भी नहीं,
तेरी हँसी में है मेरी दुनिया, तेरी आँखों में है मेरी ज़िंदगी।